बेटी है तो कल है.. बेटी है तो जीवन है.. महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाये.. महिलाएं समाज की वास्तविक वास्तुकार होती हैं… नारी हर घर की शान होती हैं..
स्त्री यदि बहन है तो प्यार का दर्पण है, स्त्री यदि पत्नी है तो खुद का समर्पण है ||
स्त्री अगर भाभी है तो भावना का भंडार है, मामी मौसी बुआ है तो स्नेह का सत्कार है ||
स्त्री यदि काकी है तो कर्तव्य की साधना है, स्त्री अगर साथी है तो सुख की शतत संभावना है ||
और अंतिम पंक्ति…स्त्री यदि “माँ” है तो साक्षात “परमात्मा” है..!!!“बेटी-बहु कभी माँ बनकर
सबके ही सुख-दुख को सहकर
अपने सब फर्ज़ निभाती है
तभी तो नारी कहलाती है”
नारी ईश्वर का चमत्कार
नारी सरस्वती का रूप हो तुम
नारी लक्ष्मी का स्वरुप हो तुम
बढ़ जाये जब अत्याचारी
नारी दुर्गा-काली का रूप हो तुम।
नारी खुशियों का संसार हो तुम
नारी प्रेम का आगार हो तुम
जो घर आँगन को रोशन करती
नारी सूरज की सुनहरी किरण हो तुम।
नारी ममता का सम्मान हो तुम
नारी संस्कारों की जान हो तुम
स्नेह, प्यार और त्याग की
नारी इकलौती पहचान हो तुम।
नारी कभी कोमल फूल गुलाब हो तुम
नारी कभी शक्ति के अवतार हो तुम
तेरे रूप अनेक
नारी ईश्वर का चमत्कार हो तुम।
2 Comments
शीतल प्रसाद बोपचे / March 9, 2018
महिला दिवस पर विशेष
हाँ गर्व मुझे मैं नारी हूँ
अन्नपूर्णा अवतारी हूँ ।।
जीवन जल तरंगिनि मैं
चिर कालिक नर संगिनी मैं
घोर तिमिर में मैं प्रकाश हूँ
उषा दिवा की रंगिणि मैं ।।
अष्ट भुजाओं वाली मैं
सब दानव पर भारी हूँ
शीतल
शीतल प्रसाद बोपचे / March 9, 2018
*महिला दिवस विशेष*
*पीर हुई है भारी फिरसे,*
*मन भी अब अकुलाया है।
*भव बंधन से परे हटो,*
*माता ने बुलाया है।
*न सर पे पल्लू साजे है,*
*न लाज शरम न माया है।*
*नारी की महिमा क्या गाएं,*
*बॉलीवुड का साया है।
😄😄😄😄😄😄😄😄
✍ शीतल